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वैसे तो हमारे समाज मे कई प्रकार के त्योहार व पर्वो को बहुत ही उत्साह व धूमधाम से मनाया जाता है । लेकिन इन सभी पर्वो मे से होली पर्व का महत्व कुछ खास होता है । होली स्वयं मे ही एक उत्साह व उमंग से परिपूर्ण पर्व है । होली एकमात्र एेसा पर्व है जो कि समस्त वर्ग चाहे वह मध्यम वर्ग हो या निम्न वर्ग या उच्च वर्ग सभी के द्वारा बड़े ही आन्नदमयी रूप से मनाया जाता है । होली पर्व बड़े बुजुर्गों से लेकर महिलाओं तक सभी की पंसद है । खासतौर पर बात बच्चो की करे तो उनके लिए होली का मतलब होता है सात दिन पहले से रंग खेलना व मौज मस्ती करना । होली का त्योहार एक आपसी भाईचारे व आपसी प्रेम का त्योहार है । वर्तमान समय मे मनुष्य का जीवन समस्त प्रकार के मतभेदो व लड़ाई झगड़ो से भरा हुआ है । एेसा नही है कि पुराने समय मे एेसे मतभेद व लड़ाई झगड़े नही होते थे , पुराने समय मे भी ये समय होता था लेकिन उस समय मनुष्य की मानसिकता अलग व हृदय दया का भंडार हुआ करता था । एंव इसी भाव के चलते उस समय मे मनुष्य एक दूसरे को बड़ा दिल रखकर माँफ कर दिया करते थे , किन्तु वर्तमान समय के मनुष्य मे न ही उस समय जैसी मानसिकता है और न ही उस समय जैसा हृदय जो कि वह एक दूसरे को बड़ा दिल रखकर माँफ कर दे ।होली का नाम लेते ही यह बात ध्यान मे आना स्वाभाविक है कि होली आपसी भाईचारे व लड़ाई झगड़े को मिटाने का पर्व है । होली के दिन सभी लोगो द्वारा एक दूसरे को अबीर लगाना बच्चो द्वारा बड़े बुजुर्गों के चरण स्पर्श कर आशीष लेना व सभी से प्रेम भाव से गले मिलना यही सब होली के महत्व का बखान करने के लिए बहुत है । मेरा मानना तो यह है कि होली के दिन ही क्यो हम सभी को प्रतिदिन अपने से बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना चाहिए हमे प्रतिदिन सभी के साथ आदर भाव से बात करनी चाहिए । यदि मनुष्य इन सभी आचरणो का अपने जीवन मे सही रूप से पालन कर ले तो मतभेद व लड़ाई झगड़े की स्थिति उत्पन्न होना असंभव है।होली के दिन हमे सभी प्रकार के गिले शिकवो को भुलाकर सुगमता व सादगी के साथ होली पर्व को मनाना चाहिए और भविष्य मे कभी भी किसी प्रकार का मतभेद न करने का संकल्प लेना चाहिए ।
अमन सिंह (सोशल एक्टिविस्ट) बरेली
मो.8265876348
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